आजमगढ़ जिले में एक मां जिसने 35 साल तक बेटे को सीने से लगा कर रखा उसकी हर बुराई पर वर्षो तक पर्दा डालती रही लेकिन बेटे की करतूतों ने मां को हत्यारी बनने के लिए मजबूर का दिया। मां ने अपने बड़े बेटे के साथ मिलकर पहले छोटे बेटे को नशीली दवा पिलाई फिर हत्या कर शव को बोरे में भरकर नहर किनारे झाड़ी में फेंक दिया। गुरूवार को जब पुलिस के सामने महिला ने हकीकत बया किया तो पुलिस भी आवाक रह गयी। आरोपी मां और मृतक के बड़े भाई को जेल भेज दिया गया।
घटना रानी की सराय थाना क्षेत्र के मोलानापुर सिरसाल की है। गांव से गुजरी नहर के किनारे झाड़ी में 28 सितंबर की सुबह बोरे में एक 35 वर्षीय युवक का शव बरामद हुआ था। मृतक की पहचान गंभीरपुर थाना क्षेत्र के जमालपुर गांव निवासी बबलू पुत्र बृजलाल के रूप में हुई। इस मामले में पुलिस हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर जांच में जुटी थी। विवेचना के दौरान पुलिस को मृतक की मां पर ही संदेह हुआ। इसके बाद पुलिस ने मृतक की मां और बड़े भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। कड़ाई से पूछताछ में घटना की परत दर परत खुलने लगी दोनों ने अपना जुर्म कुबूल किया तो चैकाने वाला सच सामने आया।
गिरफ्तार मृतक की मां समौती पत्नी स्व. बृजलाल व भाई पिन्टू ने जो कहानी बतायी उसे सुनकर पुलिस भी आवाक रह गयी। समौती के मुताबिक मृतक अपनी दोनों छोटी बहनों के साथ जबरन दुष्कर्म करता था। जब उसे जानकारी हुई तो उसने अपनी बेटियों को ननिहाल पहुंचा दिया। इससे नाराज होकर मृतक ने उसके साथ भी जबरदस्ती दुष्कर्म किया। मजबूर होकर वह भी मायके चली गयी। वहां जाकर उन्होंने रेप के इस सिलसिले को रोकने का फैसला किया और तय किया कि बबलू को हमेशा के लिए रास्ते से हटा दिया जाय।
फिर वह अपने बड़े बेटे पिंटू के साथ घर लौटी और रात में बबलू के खाने में नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया। बेहोशी की हालत में उसकी हत्या कर शव को बोरे में भरकर नहर किनारे झाड़ में फेंक दिया। उन्हें लगा कि किसी को इसकी जानकारी नहीं होगी लेकिन पुलिस उनतक पहुंच गयी। इस मामले में पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह का कहना है कि युवक की करतूतों से परिवार त्रस्त था। मृतक ने अपनी दोनों बहनो के साथ दुराचार किया जब मां ने दोनों को ननिहाल भेज दिया तो उसने अपनी मां को भी नहीं छोड़ा। उसके साथ भी दुष्कर्म किया। इसके बाद मां बेटे ने उसकी हत्या कर शव को ठिकाने लगा दिया।